शुक्रवार, 30 जुलाई 2021

Simple Game
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Simple Shooter Game

On building this simple game I learnt more about how the programming languages HTML5, CSS and JavaScript worked. The rules are stated below

  • jkdsgjs
  • hfdja
  • `jeatngdadv

Have fun!!

रविवार, 25 जुलाई 2021

Shami Ke Fayde : शनिवार को घर के बाहर लगाएं शमी का पौधा, शनि देव के अति क्रोध से राहत पाएं।

Shami ped Ke Fayde शमी पौधे का संबंध भगवान शनि से है। शमी का पौधा भगवान शिव और शनि दोनों को बहुत प्रिय है। शनिवार को घर में शमी का पौधा लगाने से शनि देव की  वक्रदृष्टि और साढ़े शाति से राहत मिलती है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार पौधों में देवी-देवता का वास माना जाता है। इसीलिए हिंदू धर्म में बहुत सारे पौधों की पूजा करने की परंपरा है। इससे जीवन में बहुत सारी नकारात्मक ऊर्जा से मुक्ति मिलती है। इन्हीं में से एक दैवीय पौधा शमी का है जिसको घर में लगाने से व्यक्ति के जीवन में खुशहाली का आगमन होता है। शमी पौधे का संबंध भगवान शनि से है। शमी का पौधा भगवान शिव और शनि दोनों को बहुत प्रिय है। शनिवार को घर में शमी का पौधा लगाने से शनि देव की वक्रदृष्टि और साढ़े शाति से मुक्ति मिलती है। आइये आज इस पौधे और शनि दोष से बचने का उपाय का विस्तार से वर्णन करते हैं।


शनिवार को घर के बाहर शमी का पौधा लगाने के फायदे

1. शनिवार को शमी पौधे में उड़द की दाल और काले तिल को अर्पित करने से शनिदेव का क्रोध कम होता है।

2. शनिवार के दिन शमी का पौधा लगाने से व्यक्ति के जीवन में कभी धन की कमी नहीं आती है। इससे शनि दोष से छुटकारा मिलता है।

3. शनिवार को शमी का पौधा लगाने से घर की नकारात्मक ऊर्जा कम हो जाती है। जिससे घर के सदस्यों में आपसी प्रेम बढ़ता है। 

4. शमी के पौधे में छोटा सा शिवलिंग रखकर प्रत्येक शनिवार के दिन उसमें जल चढ़ाने और विधि-विधान से पूजा करने शनि का वक्रदृष्टि से मुक्ति मिलती है। 

शमी का पौधा लगाते समय रखें इन बातों ध्यान

शमी के पौधे को बहुत पवित्र माना जाता हैं इसलिए इसे लगाते समय साफ मिट्टी की प्रयोग किया जाता है। इसे जिस भी गमलें में लगाएं वह साफ सुथरा होना चाहिए। इसे लगाते वक्त सही जगह का चुनाव करना चाहिए। इसे ऐसी जगह पर लगाना चाहिए जहां पर कोई व्यक्ति थूकना और गंदगी न फैलाएं।


प्रयाणगीतम्

https://youtu.be/0FAp

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प्रयाणगीतम्
 चन्दनतुल्या भारतभूमिस्तपस्थली ग्रामो ग्रामः | 
बाला - बाला देवी प्रतिमा वत्सो वत्सः श्रीरामः ।
 मन्दिरवत् पावनं शरीरं सर्वो मानव उपकारी । 
सिंहा इह खेलनका जाता गौरिह पूज्या जनयित्री ।। 
इह प्रभाते शङ्खध्वनिः सायं सङ्गीतस्वान् । 
बाला - बाला देवी प्रतिमा वत्सो वत्सः श्रीरामः ।। ( 1 ) 
अत्र कर्मतो भाग्यनिर्मितिः पौरुषनिष्ठा कल्याणी । 
अत्र त्यागतपस्या मिश्रा गाथा गायति कविवाणी ।। 
अत्र ज्ञानप्रवाहो गङ्गासलिलनिर्मलो ह्यविरामः । बाला बाला देवीप्रतिमा वत्सो वत्सः श्रीरामः ।। ( 2 ) 
अत्रत्यैः सैनिकैः समरभुवि सदा गीयते श्रीगीता । 
अत्र क्षेत्रे हलफालाधः खेलति सुकुमारी सीता ।। 
अत्र जीवनादर्श जटितो मङ्गलमयमणिरभिरामः । 
बाला बाला देवी प्रतिमा वत्सो वत्सः श्रीरामः ।। ( 3 )

क्या करें जब हमारे एलोवेरा के पौधे सूखने लगे पीला पड़ने लगे? ऐसे करे एलोवेरा की सेवा हमेशा रहेगा आपका पौधा हरा भरा।

एलोवेरा प्रकृति का एक वरदान हम सभी को उसका सेवन शुद्ध रूप में करना चाहिए।


जिसके लिए हम प्रयास भी करते है नर्सरी से पौधा लाते है मगर कभी कभी वह पौधा लग नही पाता और कभी कभी लग कर पीला पड़ने लगता है, वह सूखने लगता । तो आइए जानते है की उसकी देखभाल कैसे की जाय।
एलोवेरा को उगाना आसन है इसमें जायदा मेहनत नहीं लगती। 
यह जमीन गमले दोनो के लगजाते है। 
अगर कही धूप पूरी तरह नहीं आती तो हम इससे खिड़की में भी रख सकते है। 
गमले में लगाने से पूर्व गमले में छेद करना आवश्यक है ताकि पानी उसमें से निकल पाए।
ध्यान रहे पत्तियां मिट्टी मे ना डालें केवल जड़ों को ही मिट्टी से ढके ताकि सड़न ना आने पाय पौधे पर।
जड़ों का मिट्टी को पकड़ना बहुत आवश्यक है इसलिए लगाने के कुछ दिनों तक इस पर पानी ना दें।
ऐसे करें एलोवेरा के पौधे के लिए मिट्टी तैयार!
क्योंकि एलोवेरा एक सूखा पौधा है इसको भी सुखी और रेतीली मिट्टी की आवश्यकता होती है जैसे कि अन्य कैक्टस प्लांट्स को होती है, सुखी और रेतीली मिट्टी में पानी जमा नहीं होता जोकि एलोवेरा के पौधे की जड़ों को सड़न से बचाने के लिए बहुत आवश्यक है।
ध्यान रहे अगर हम बहुत ही ज्यादा छायादार जगह में एलोवेरा के पौधे को रख देते हैं तो उसके पत्ते हल्के हरे होने लगते हैं और गिरने लगते हैं जिससे हमारा पौधा मरने लगता है और अगर हम उसे बहुत तेज धूप में रख देते हैं तो उसके पत्ते झुलस उठते हैं और भूरे व पीले पड़ने लगते हैं इससे भी हमारा पौधा मर सकता है, पौधा सूख सकता है।  
क्या करें जब होने लगे एलोवेरा की जड़ों में सड़न?
हर पौधे को पानी की आवश्यकता होती ही है परंतु एलोवेरा को चुकी यह सूखा पौधा है इसे कम पानी देना है बहुत कम पानी भी नहीं देना है तो बहुत ज्यादा पानी भी नहीं देना है। ज्यादा पानी देने पर एलोवेरा की जड़ों में सड़न आने लगती है।
अगर हम अपनी पौधे को बाहर रखते हैं तो हमें हर 12 दिवस के बाद उसमें पानी देना चाहिए और अगर हम उससे इंडोर रखते हैं तो हमें हर 24 दिन के पश्चात उस पर पानी देना चाहिए। और गर्मी के दिनों में हमें प्लांट पर ज्यादा पानी देना है और ठंडी के दिनों पर प्लांट पर कम पानी देना है ।
अगर जड़ों में सड़न आने लगी है तो हम यह कर सकते हैं कि जो गमले पर हमने लगाया है या जमीन पर हमने पौधा लगाया है उसे वहां से सुरक्षित रूप से 
वहां से निकाले और किसी दूसरी जगह उसे फिर से लगाएं, ध्यान रहे जब हम उसे पुनः लगाएं तो जो जड़े खराब हो गई है सड़ गई हैं उसे बाहर निकाल दे और फिर उसे पुनः लगाए।

क्या करें जब हमारे एलोवेरा के पत्ते पढ़ने लगे पीले?

ध्यान रहे कि कभी भी एलोवेरा के पौधे को डायरेक्ट सनलाइट में ना रखा जाए उन्हें इन डायरेक्ट सनलाइट की आवश्यकता होती है अन्यथा उनके पत्ते झुलस जाते हैं। जब ऐसा होने लगे तब उसे डायरेक्ट सन लाइट से हटा ले और पीले पड़ गए या भूरे पड़ गए पत्तों को काटकर अलग कर ले। क्योंकि यह पत्ते बाकी अच्छे पत्तो में से पोषक तत्व को खींचने लगते हैं और पूरे पौधे को नुकसान होने लगता है। क्योंकि हम इसे रेतीली मिट्टी पर लगाते हैं और इसके ऊपर अगर हमने डायरेक्ट सनलाइट पर रख दिया तो बहुत जल्दी पानी एवापोरेट हो जाएगा और हमारा पौधा खराब होने लगता है।
तो इन सब बातों का ख्याल रखकर हम अपने एलोवेरा के पौधे को हरा भरा और तंदुरुस्त रख सकते हैं जो कि फिर हमें हरा भरा और तंदुरुस्त रखेगा खूबसूरत रखेगा, मौज मस्ती में रखेगा। 
जैसे कि कई लोग इसकी सब्जी भी बनाकर खाते हैं , जूस भी पिया जाता है और स्किन केयर हेल्थ केयर में तो हम सभी जानते हैं कि एलोवेरा कितना फायदेमंद है। 


गुरुवार, 22 जुलाई 2021

वैज्ञानिक यंत्र व उपकरण Meters and their use

यंत्र उपकरण और उनके 

उपयोग


1️⃣एक्सिलरोमीटर (Accelerometer)

वाहन की चाल की वृद्धि दर को मापने का यंत्र


2️⃣एक्युमुलेटर (Accumulator)

विद्युत ऊर्जा को संचित करने का यंत्र


3️⃣एयरोमीटर (Aerometer)

वायु तथा गैसों के भार तथा घनत्व मापने का यंत्र


4️⃣अल्टीमीटर (Altimeter)

विमानों की ऊंचाई मापने हेतु प्रयुक्त यंत्र


5️⃣अमीटर (Ammeter)

विद्युत-धारा को एम्पियर में मापने हेतु प्रयुक्त यंत्र


6️⃣एनिमोमीटर (Anemometre)

वायु की शक्ति और गति मापने का यंत्र


7️⃣ऑडियोमीटर (Audiometer)

ध्वनि की तीव्रता मापने हेतु प्रयुक्त यंत्र


8️⃣ऑडियोफोन (Audiophone)

सुनने में सहायता के लिये कान में लगाया जाने वाला उपकरण


9️⃣बैरामीटर (Barometer)

वायुमंडलीय दाब मापने वाला यंत्र


🔟कैलीपर्स (Callipers)

बेलनकार वस्तुओं के अंदर तथा बाहर का व्यास मापने का यंत्र


1️⃣1️⃣कार्डियोग्राम (Cardiogram)

मनुष्य की हृदय गति को मापने का यंत्र


1️⃣2️⃣कार्डियोग्राफ (Cardiograph)

हृदय की गति को अभिलिखित करने वाला उपकरण


1️⃣3️⃣क्रोनोमीटर (Chronometer)

पानी के जहाजों में सही समय ज्ञात करने में प्रयुक्त उपकरण


1️⃣4️⃣क्रेस्कोग्राफ (Crescograph)

पौधों की वृद्धि को दर्शाने वाला यंत्र


1️⃣5️⃣डायनेमो (Dynamo)

यांत्रिक ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में बदलने का यंत्र


1️⃣6️⃣डायनेमोमीटर (Dynamometer)

इंजन द्वारा उत्पन्न की गई शक्ति मापने का यंत्र


1️⃣7️⃣इलेक्ट्रिक मोटर (Electric Motor)

विद्युत ऊर्जा को यांत्रिक ऊर्जा में बदलने में काम आने वाला उपकरण


1️⃣8️⃣ इलेक्ट्रोमीटर (Electrometer)

विभवान्तर मापने का यंत्र

1️⃣9️⃣इण्डोस्कोप (Endoscope)

मानव शरीर के अंदर के भाग को देखने हेतु प्रयुक्त यंत्र

2️⃣0️⃣फेदोमीटर (Fathometer)

समुद्र की गहराई मापने वाला यंत्र

2️⃣1️⃣गेल्वेनोमीटर (Galvanometer)

विद्युत धारा की प्रबलता मापने का यंत्र

2️⃣2️⃣ग्रामोफोन (Gramophone)

रिकार्ड पर अंकित ध्वनि तरंगों को पुन: जागृत करके सुनने वाला यंत्र

2️⃣3️⃣ग्रेवोमीटर (Gravimeter)

पानी के अंदर तेल की उपस्थिति का पता लगाने वाला यंत्र

2️⃣4️⃣हाइड्रोफोन (Hydrophone)

पानी के अंदर ध्वनि तरंगों की गणना करने में काम आने वाला उपकरण

2️⃣5️⃣हाइड्रोमीटर (Hydrometer)

द्रवों का आपेक्षिक घनत्व मापने वाला यंत्र

2️⃣6️⃣हाइग्रोमीटर (Hygrometer)

वायुमंडलीय आर्द्रता में परिवर्तन दिखाने वाला यंत्र

2️⃣7️⃣काइमोग्राफ (Kymograph)

हृदय और फेफड़ों की गति स्पंदन का ग्राफ अंकित करने वाला उपकरण

2️⃣8️⃣लैक्टोमीटर (Lactometer)

दूध की शुद्धता मापने वाला यंत्र

2️⃣9️⃣मैग्नेटोमीटर (Magnetometer)

चुम्बकीय संचलन एवं क्षेत्रों की तुलना करने वाला उपकरण

3️⃣0️⃣माइक्रोमीटर (Micrometer)

मिलीमीटर के हजारवें भाग को ज्ञात करने वाला उपकरण

3️⃣1️⃣माइक्रोफोन (Microphone)

ध्वनि तरंगों को विद्युत तरंगों में परिवर्तित करने वाला उपकरण

3️⃣2️⃣ओडोमीटर (Odometer)

वाहनों के पहियों द्वारा तय की गई दूरी को मापने वाला यंत्र

3️⃣3️⃣पेरिस्कोप (Periscope)

ऐसी वस्तुओं को देखने का यंत्र जो देखने की सीमा से दूर है और जिनका प्रत्यक्ष दृश्य नहीं है।

3️⃣4️⃣फोनोग्राफ (Phonograph)

ध्वनि लेखन के काम आने वाला उपकरण

3️⃣5️⃣फोटोमीटर (Photometer)

दो स्त्रोतों की प्रदीपन एवं तीव्रता की तुलना करने के काम आने वाला उपकरण

3️⃣6️⃣पाइरोमीटर (Pyrometer)

उच्च ताप मापने वाला यंत्र

3️⃣7️⃣ राडार (Radar)

दूर से आने वाले वायुयान की गति और दिशा ज्ञात करने वाला यंत्र

3️⃣8️⃣ रेडियोमीटर (Radiometer)

विकिरण को मापने वाला यंत्र

3️⃣9️⃣ सिस्मोग्राफ (Seismograph)

भूकम्पीय तीव्रता मापने वाला यंत्र

4️⃣0️⃣ सिस्मोमीटर (Seismometer)

भूकम्पीय तरंगों को नापने के काम आने वाला यंत्र

4️⃣1️⃣ Riferenta (Stereoscope)

द्विविम चित्र लेने के काम आने वाला यंत्र

4️⃣2️⃣ टैकोमीटर (Tachometer)

वायुयान की गति मापने वाला यंत्र

4️⃣3️⃣ टेलिस्कोप (Telescope)

दूरस्थ चीजों को नजदीक देखने वाला यंत्र

4️⃣4️⃣ थर्मामीटर (Thermometer)

मानव शरीर का तापमान मापने का यंत्र

4️⃣5️⃣ ट्रांसफार्मर (Transformer)

AC विद्युत की वोल्टेज को कम या अधिक करने वाला यंत्र

4️⃣6️⃣ ट्रांजिस्टर (Transistor)

करेंट का विस्तार करके अन्य कार्य कराने में सहायता करने वाला यंत्र

4️⃣7️⃣ टरबाइन (Turbine)

वह यंत्र जिसके द्वारा किसी बहते हुए द्रव (जैसे हवा, पानी) को गतिज

ऊर्जा का घूर्णन ऊर्जा में परिवर्तित करके यांत्रिक कार्य प्राप्त किया जाता है।

4️⃣8️⃣वोल्टमीटर (Voltmeter)

दो बिन्दुओं के आवेश भिन्नता को मापने वाला यंत्र

4️⃣9️⃣वाटमीटर (Wattmeter)

विद्युत शक्ति मापने का यंत्र

5️⃣0️⃣यॉमीटर (Yawmeter)

वायुयान आदि में प्रयुक्त उपकरण जो वायु की दिशा में परिवर्तन के बारे में बताता है




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